पति की दिर्धायू के लिये रखेंगे निर्जला करवा चौथ व्रत

 

CCN/डिंडोरी ब्योरो रिपोर्ट

डिंडोरी – करवा चौथ को लेकर सजा बाजार महिलाए भी जुटी तैयारियो मे पति ओर पत्नि के अटूट बंधन का प्रतीक है करवा चौथ का व्रत ।सुहागन स्त्रियो द्वारा यह व्रत अपने-अपने पतियो के लंबी उम्र के लियें किया जाने वाला व्रत है।जिसकी तैयारियो मे महिलाए जुट गई है।इस व्रत को लेकर बाजार भी सज गई है । ओर महिलाए भी व्रत को लेकर खरीदी मे जुट गई है । सुहागन महिलायें रविवार को पूरा दिन निर्जला व्रत रखकर विधि विधान से पुजा अर्चना करेंगे।।जिसके लिए महिलाओ ने करवा चौथ व्रत मे लगने वाली समाग्रियो की खरीदी मे जुटी यह व्रत मे उपयोग मे आने वाली समाग्री जैसे करवा चलनी ओर भी अन्य समाग्रिया लेने बाजार मे अच्छी खासी भीड़ देखने को मिली ।कारवां बेचने वालो ने बताया की करवा चौथ मे करवा 30से लेकर 60 रुपए तक है।इन करवों को अलग-अलग रंगो से सुसज्जित किया गया है ।साथ ही चलनी को भी चमकीले धागे व अन्य समाग्रियो से की मदद से सजा कर रखा गया है ।साथ -साथ कर्मा माता की तस्वीर ओर सोलह शृंगार की भी खरीदी महिलयो द्वारा जमकर की जा रही है दांपत्य जीवन में मधुरता लाने वाला और संबंधों को अधिक मजबूत बनाने वाला त्योहार करवा चौथ इस बार 24 अक्टूबर दिन रविवार को है सुहागिन महिलाएं पति की दीर्घायु के लिएह व्रत करेंगी और शाम को चांद को आधर्य देकर और छलनी से पति का चेहरा देखकर व्रत खोलेंगे वही कुंवारी कन्याएं मनोनुकूल पति की प्राप्ति के लिए इस दिन निर्जला व्रत रखकर तारों को देखेंगे फिर व्रत खोलेंगे

क्यो रखा जाता है सुहागिन स्त्रियाँ के द्वारा करवा चौथ का व्रत

हिन्दू धर्म के अनुसार करवा चौथ का व्रत देवी करवा अपने पति के प्राण यमराज से बचाया थी कहा जाता है कि एक दिन देवी करवा के पति नदी में स्नान करने गए तो एक मगरमच्छ ने उनका पैर पकड़ लिया और नदी में खींचने लगा मृत्यु करीब देखकर करवा के पति करवा को पुकारने लगे करवा दौड़कर नदी के पास पहुंची और पति की मृत्यु के मुंह में ले जाते मगरमच्छ को देखा करवा ने तुरंत एक कच्चा धागा लेकर मगरमच्छ को एक पेड़ से बान्ध दिया करवा के सतीत्व के कारण मगरमच्छ कच्चे धागे में ऐसा बंधा की टस से मस नहीं हो पा रहा था करवा के पति और मगरमच्छ दोनों के प्राण संकट में फंसी थी करवा ने यमराज को पुकारा और अपने पति को जीवन दान देने और मगरमच्छ को मृत्युदंड देने के लिए कहा यमराज ने कहा मैं ऐसा नहीं कर सकता क्योंकि अभी मगरमच्छ की आयु शेष है और तुम्हारे पति की आयु पूरी हो चुकी है क्रोधित होकर करवा ने यमराज से कहा आपने ऐसा नहीं किया तो मैं आपको शॉप दे दूंगी सती के शॉप से भयभीत होकर यमराज ने तुरंत मगरमच्छ को यमलोक भेज दिया और करवा के पति को जीवनदान दिया इसलिए करवा चौथ के व्रत में सुहागन स्त्री करवा माता से प्रार्थना करती हैं कि एक करवा माता जैसे आपने अपने पति को मृत्यु के मुंह से वापस निकाल लिया वैसे ही मेरे सुहाग की रक्षा करना।