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कर ली गई है 70 फीसदी तक चार्ज बढ़ाने की तैयारी …
भोपाल:- मध्य प्रदेश में कोरोना काल के बाद बिजली उपभोक्ताओं को करंट लगने वाला है। प्रदेश में अब जल्द बिजली का कनेक्शन लेना और महंगा हो सकता है। 60 से 70 फीसदी तक की बिजली महंगी करने की तैयारी है। बिजली कंपनियों ने नए कनेक्शन लेने, मीटर टेस्टिंग, लोड बढ़ाने और नाम बदलवाने सहित बिजली से जुड़े ऐसे अन्य कामों के लिए 70 फीसदी तक चार्ज बढ़ाने की तैयारी कर ली है।
बता दें कि चार्ज बढ़ाने के लिए बिजली कंपनियों ने विद्युत नियामक आयोग के सामने प्रस्ताव रखा है। इसे लेकर 30 सितंबर तक आपत्ति बुलाई गई है। 5 अक्टूबर को आयोग इस पर सुनवाई करेगा। कंपनियों ने जुलाई में भी इन चार्जेस में बढ़ोतरी की तैयारी की थी।
बताया जा रहा है कि बिजली कंपनियों ने थोक मूल्य सूचकांक और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के बढ़ने का हवाला देते हुए बढ़ोतरी प्रस्तावित की है। यह तय मापदंडों के खिलाफ है। पहले कभी भी इस आधार पर चार्जेस की बढ़ोतरी नहीं की गई। वहीं बीते दिनों मध्यप्रदेश के 98 लाख घरेलू बिजली उपभोक्ताओं की सब्सिडी में कटौती करने पर मंत्री समूह ने सहमति दे दी है। जी हां अब 100 यूनिट के लिए 100 रुपए ही लिए जाएंगे। लेकिन यदि 101 यूनिट हो जाएं तो एक से 101 यूनिट तक का बिल वास्तविक घरेलू दरों पर ही बनेगा।
अभी घरेलू दर औसतन 8.40 रु. प्रति यूनिट हैं। मंत्री समूह की सिफारिश के बाद ऊर्जा विभाग ने प्रस्ताव बनाकर मुख्य सचिव को भेज दिया है। वहीं मुख्य सचिव इस मसले पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा करके निर्णय लेंगे। मंत्री समूह ने किसानों की सब्सिडी पर अभी कोई अंतिम राय नहीं बनाई है।
अब इस पर नए सिरे से चर्चा होगी। जानकारी के अनुसार किसानों की सब्सिडी घटाने के 7 प्रस्ताव बने हैं। अब सरकार कोशिश कर रही है कि घरेलू उपभोक्ता और किसानों को दी जा रही सालाना 21 हजार करोड़ रुपए की सब्सिडी को आधा किया जाए। यदि किसानों की सब्सिडी कम होती है तो तीनों बिजली कंपनियों का भार कम हो जाएगा।