
सावधान…..! मध्यप्रदेश में महंगी शराब भी है नकली
भोपाल। जहरीली और नकली शराब से हुई तमाम मौतों के बाद मध्य प्रदेश व राज्य सरकार की पूरे देश में बदनामी कराने के बाद आखिरकार प्रदेश का आपकारी व पुलिस सक्रिय हुआ तो 24 घंटे के अंदर ही कई शहरों में दर्जनों तस्करों लाखों की अवैध शराब के साथ धर दबोचे गए किस भी गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं जिसकी वजह आपकारी विभाग का सूचना अमला ही संदेह के चेहरे में आता नजर आने लगा है उधर शराब पीने से हुई मौतों के मामले में मंदसौर खरगोन वह इंदौर पुलिस की गिरफ्त में कई फरार आरोपी आ गए हैं वह भी कई आश्चर्यजनक खुलासे कर रहे हैं दरअसल एक बड़ा खुलासा यह भी हुआ है कि ब्रांडेड कंपनियों की शराब में अकेले इंदौर शहर में ही मिलावट नहीं की जा रही थी बल्कि इसी तरह का मिलावट का बड़ा खेल भोपाल में भी बड़े पैमाने पर किया जा रहा है इसका खुलासा भी बीती रात पकड़े गए तस्करों से पूछताछ में हुआ इनके पास से सस्ती गोवा ब्रांड की शराब पकड़ी गई है इससे महंगी शराब में मिलावट के लिए ही लाया गया था खास बात यह है कि जिन तस्करों से बड़ी मात्रा में शराब बरामद की गई उनसे अब तक यह पता नहीं लगाया गया है कि आखिर वहां इतनी बड़ी मात्रा में सर आप कहां से लाते हैं यह बात अलग है कि जहरीली और अवैध शराब के मामले में अब तक सरकार और शासन जिम्मेदार आप कारी अक्षरों पर कोई भी कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं दिखा सका है ।
बीती रात आबकारी व पुलिस ने भोपाल शहर के 3 इलाकों से चार तस्करों को उस समय धर दबोचा जब वे शराब की तस्करी के साथ ही मिलावट कर रहे थे उनके पास से हरियाणा की शराब भी बरामद हुई है यह शराब स्टेट बैंक चौराहा रेलवे स्टेशन वह लालघाटी से बरामद की गई है खास बात यह है कि इनमें से दो आरोपी दतिया के रहने वाले हैं जबकि आबकारी विभाग ने दो तस्करों को भी गिरफ्तार किया है जो अपने घर पर हरियाणा में बेची जाने वाली महंगी शराब के नामी ब्रांड में शामिल ब्लेंडर प्राइड ब्लैक लेबल एमडी रॉयल स्टैग मैजिक मोमेंट में गोवा और जिप्सी ब्रांड की सस्ती शराब को मिला रहे थे इस मामले में लालघाटी निवासी 58 साल के गोविंद कुकरेजा और ईदगाह हिल्स निवासी 18 साल के रणवीर को उनके मकान में रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है इनमें कुल 145 बोतलें बरामद की है इसी तरह से भोपाल रेलवे स्टेशन के पास सदस्य निवासी 23 वर्षीय अरहान से ओन्ली फॉर सेल हरियाणा की रेड लेबल हंड्रेड पाइपर ब्लू लाइट रॉयल चैलेंज च और रॉयल स्टैग की एक लाख कीमत की 72 बोतलें बरामद की गई है इन्हें वह भोपाल में होम डिलीवरी करने के लिए लाया था इनमें भोपाल में महंगी ब्रांडो में सस्ती शराब की मिलावट का खुलासा होने के बाद से हड़कंप मचा हुआ है उधर इंदौर के आबकारी अमले ने भी एक ऐसे ही तस्कर को गिरफ्तार किया है जो शराब की तस्करी का काम बीते लंबे समय से कर रहा था वहां अवैध रूप से शराब लाकर ओम तस्करी करता था उसके पास से रॉयल स्टैग के अलावा अन्य ब्रांड की भी विदेशी शराब की बोतलें बरामद की गई है इसी तरह से पुलिस व आबकारी अमले ने बीते रोज ही ग्वालियर में चार दर्जनों तस्करों को इंदौर के 9 क्षेत्रों से कई तस्करों को और जबलपुर में एक तरफ से भरे वाहन को पकड़ा है ।
गठजोड़ से चल रहा है लंबे समय से कारोबार
इस मामले में अब तक जो खुलासे हुए हैं उससे साफ हो गया है कि यह खेल लंबे समय से जारी था इसमें ठेकेदार अफसरों और माफियाओं की भूमिका खुलकर सामने आ रही है खास बात यह है कि इसको अब भी जिम्मेदार मानने को तैयार नहीं है खरगोन में नकली शराब के कारोबार में पकड़ाए मुख्य आरोपी कालका प्रसाद ने खुलासा किया है कि वह धंधे में 5 साल से हैं रोहित प्रजापति और गौरव और लक्की उसके सहयोगी थे कालका के संपर्क में इंदौर का राहुल उर्फ भी था उसने आत्महत्या कर ली थी ।
आपकारी अफसर भी की निगरानी के बाद भी बाहर आ जाती है शराब
खास बात यह है कि अधिकांश अंग्रेजी शराब की तस्करों को आपूर्ति प्रदेश की शराब फैक्ट्रियों से ही की जाती है इनमें शराब निकासी की निगरानी के लिए आबकारी अफसरों की भी तैनाती के बाद भी शराब बाहर आ जाती है इस तरह के मामले में आपकारी अफसरों की शराब निर्माताओं से मिलीभगत रहती है शायद यही वजह है कि शराब तस्करों से इस मामले का खुलासा होने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं की जाती है ।
इस वजह से बढ़ रही है तस्करी
दरअसल लाइसेंसी शराब दुकानों पर सिंडिकेट द्वारा मनमाने दामों पर महंगी शराब बेची जा रही है जिसकी वजह से अवैध शराब कम कीमत पर मिलती है इसकी वजह से अवैध शराब की मांग तेजी से बढ़ रही है यही कारण है कि बड़ी संख्या में अवैध शराब का कारोबार 2 सालों में तेजी से फल-फूल है इन पर कार्रवाई के नाम पर सिर्फ मामला दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी कर ली जाती है अगर उनसे पूछताछ के आधार पर पूरी चयन का खुलासा कर उन पर भी कार्रवाई की जाती तो उस तरह के हालात ही दरअसल मिलावटी अवैध शराब बिक्री से तस्करों को 5 गुना तक मुनाफा मिलता है