15°C New York
December 6, 2025
कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी का छत्तीसगढ़ दौरा, सीएम बघेल ने पूछा- जब कोयला संकट नहीं तो क्यों आए है कोरबा
ताजा खबर राजनिती

कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी का छत्तीसगढ़ दौरा, सीएम बघेल ने पूछा- जब कोयला संकट नहीं तो क्यों आए है कोरबा

Oct 13, 2021

CCN/कॉर्नसिटी

कोल संकट के बीच केन्द्रीय मंत्री जोशी ने कहा कि ”कोल उत्पादन में तेजी लाने एसईसीएल में अधिकारियों से मुलाकात करूंगा।

कोरबा:- केन्द्रीय कोयला मंत्री प्रहलाद जोशी बुधवार को कोरबा प्रवास पर आ रहे हैं। उनके साथ कोल इंडिया के चेयरमैन प्रमोद अग्रवाल भी आएंगे। देश में कोयले को लेकर मचे हाहाकार के बीच मंत्री के दौरे को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। केन्द्रीय कोयला मंत्री निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार विशेष विमान से दिल्ली से बिलासपुर पहुंचे। वहां से हेलिकॉप्टर से सुबह लगभग 11.15 बजे गेवरा हैलीपेड पर उतरे। तीनों मेगा प्रोजेक्ट में जाकर कोयले के उत्पादन का जायजा लेंगे। स्थानीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के बाद बिलासपुर के रास्ते रांची के लिए रवाना होंगे।

बिजली उत्पादन के लिए कोयले की कमी (Coal Crisis) की चर्चाओं के बीच केन्द्रीय कोल मंत्री प्रहलाद जोशी (Prahlad Joshi) छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) पहुंचे हैं। सीएम भूपेश बघेल ने रायपुर में मीडिया से चर्चा में केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी के प्रवास पर निशाना साधा। सीएम भूपेश ने कहा- ”पहले तो भारत सरकार ने कहा कि कोयले का कोई संकट नहीं है। अगर ऐसा है तो दर्जनों पावर प्लांट विभिन्न राज्यों में बंद क्यों पड़े हुए हैं। कोयला की कमी नहीं है तो कोयला मंत्री छत्तीसगढ़ क्यों आ रहे हैं? वह बिलासपुर कोरबा क्यों जा रहे हैं? भारत सरकार को स्वीकार करना चाहिए कि कोयले की कमी है?” सीएम भूपेश बुधवार को बिलासपुर जिले के रतनपुर प्रवास पर हैं। रतनपुर रवाना होने से पहले उन्होंने रायपुर में मीडिया से चर्चा में केन्द्रीय मंत्री के छत्तीसगढ़ प्रवास पर सवाल उठाए।

इससे पहले केंद्र सरकार ने डीएमएफ फंड के अध्यक्ष को लेकर राज्य सरकार को स्थिति स्पष्ट की थी । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आग्रह के बाद केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि डीएमएफ फंड का अध्यक्ष प्रभारी मंत्री को नहीं बनाया जा सकता। कलेक्टर ही इसके मुखिया रहेंगे। केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री प्रल्हाद जोशी ने मुख्यमंत्री बघेल को पत्र लिखकर पुरानी व्यवस्था लागू करने को कहा था। यानी अब राज्य सरकार को अपने प्रभारी मंत्रियों को डीएमएफ फंड के अध्यक्ष पद से हटा कर फिर से कलेक्टर मुखिया बनाये गए।