बेशर्म नगर पालिका ने मानवता को किया तारतार
लापरवाही और बेशर्मी, बेजान शव को करना पड़ा शव वाहन का इंतजार ।
1 घंटे देरी से पहुंचा शव वाहन, अंत्येष्टि में पहुंचे लोगों को करना पड़ा इंतजार
Santosh aamre।जुन्नारदेव—–भ्रष्टाचार के कई मामलों में हर दिन एक नई कहानी लिखने वाली नगर पालिका परिषद की एक नई कारगुजारी ने आज शहर को शर्मसार कर दिया। भाजपानीत इस नगर पालिका परिषद की गैरजिम्मेदाराना कार्यप्रणाली में एक बार फिर नगर पालिका को कटघरे में खड़ा कर दिया है। दरअसल नगर के वार्ड क्रमांक 3 में 24.12.25 को शहर के एक प्रतिष्ठित व्यवसायी की आकस्मिक मृत्यु हो चुकी थी। यहां पर नगर पालिका परिषद को पूर्व सूचना दिए जाने के बावजूद शव वाहन लगभग 1 घंटे देरी से पहुंचा। तब शोक संतृप्त परिवार के घर पहुंचने तक लोग यहां शव वाहन का इंतजार करते देखे गए। इस दौरान लोगों ने कड़े शब्दों में नगर पालिका परिषद जुन्नारदेव की इस लापरवाहीयुक्त कार्यप्रणाली की जमकर खबर ली है।
जीती जागती जनता को मरने के बाद भी दुख दे रही नगर पालिका—–
भाजपानीत इस नगर पालिका परिषद जुन्नारदेव अपने कारनामों से हर दिन जनता के दिलों से लगातार दूर होती जा रही है। घटिया गुणवत्ता की फर्जी खरीदी, गुणवत्ताहीन निर्माण कार्य तथा पुराने अटके हुए विवादित भुगतान को करने की लालसा रखने वाली इस नगर पालिका परिषद यहां आज एक बार फिर जनता के निशाने पर आ गई है। गौरतलब है कि इस नगर पालिका परिषद में दो-दो शव वाहन मौजूद हैं। दुर्भाग्यपूर्ण पहलू यह रहा कि नगर पालिका अध्यक्ष के अपने ही वार्ड के मृत प्रतिष्ठित युवा को मोक्षधाम लिए जाने के लिए दो में से एक भी शव वाहन निर्धारित समय पर नहीं पहुंच पाया। इस मामले में सर्वाधिक दुखद पहलू यह भी रहा कि जहां एक और वार्ड क्रमांक 3 का यह शोक संतृप्त परिवार शव वाहन की बांट जोह रहा था, तब इस दौरान भाजपा के पार्षद यहां से थोड़ी ही दूर स्थित श्री रामलीला मंच में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्मशती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में सुशासन का गुणगान कर रहे थे। नगर पालिका परिषद में बदहाल शासन व्यवस्था अपनी कहानी खुद बयां कर रही है तो वहीं दूसरी ओर आमजन को सुशासन के नाम पर मूर्ख बनाने वाली यह बीजेपीनीत परिषद की हकीकत अब शहर की जनता भली-भांति जान रही है।
विपक्ष की खामोशी और जिला भाजपा नेतृत्व की अनदेखी से बिगड़ रहे हालात—-–
सत्ता की मलाई किसी को भी बुरी नहीं लगती है। जुन्नारदेव नगर पालिका परिषद के हालात का विश्लेषण करके यह स्पष्ट हो रहा है कि नगर पालिका परिषद के कांग्रेस के विपक्षी पार्षद भी भ्रष्टाचार की इस कार्य प्रणाली में भाजपा के साथ में सुर में सुर मिला रहे हैं। इसके अलावा हिंदुत्व और प्रधानमंत्री मोदी और शिवराज सिंह की फोटो पर चुनाव जीतने की आदी हो चुकी भाजपा और उसके नेता अब अपनी जवाबदेही जनता के प्रति निभा ही नहीं पा रहे हैं। यही कारण है कि जिला नेतृत्व भी जुन्नारदेव नगर पालिका के इस बदहाल हालात पर संज्ञान ना लेते हुए यहां की बिगड़ी हुई व्यवस्था पर किसी भी प्रकार का फीडबैक नहीं ले रही है जिसके कारण स्थानीय भाजपा नेताओं की लगाम ढीली हो चुकी है। शहर की जनता ने बीते
8 सालों में कांग्रेस और भाजपा की परिषद देखने के बाद अब दोनों से ही दूरी बनाने की सोच रही है। इन परिस्थितियों में शहर में जल्द ही तीसरे मोर्चे की भी दस्तक दिए जाने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया जा रहा है। माना जा रहा है कि कांग्रेस और भाजपा की दोनों ही परिषद से त्रस्त हो चुकी आम जनता अब डेढ़ वर्ष बाद होने वाले इन नगरीय निकाय के चुनाव में बड़ा झटका देते हुए तीसरे मोर्चे के प्रति अपना विश्वास जता सकती है।
शव वाहन पर होता है हजारों लाखों का डीजल खर्च—-
नगर पालिका परिषद में यूं तो कहने को दो शव वाहन मौजूद है, लेकिन सच यह है कि आम जनता को दोनों ही शव वाहन से कोई सुविधा नहीं मिल पाती है, लेकिन मजेदार पहलू भी है कि इन्हीं शव वाहन की मद के नाम पर हजारों लाखों रुपए का डीजल का खर्च दिखाकर उसका फर्जी आहरण किया जाता रहा है। इस नगर पालिका में कथित तौर पर यह बातें भी सामने आई है कि सत्ताधारी दल के पार्षद सहित कुछ जनप्रतिनिधिगणों को नगरपालिका परिषद के द्वारा पेट्रोल डीजल की पर्ची खुद-ब-खुद मिल ही जाती है। इसका सीधा मतलब है कि शासकीय धनराशि की यह लूट के साझेदार विपक्ष और पक्ष दोनों ही है। भाजपा ओर कांग्रेस और भाजपा दोनों को ही जनता के सुख-दुख से कोई सरोकार नहीं है।
