सशक्त नेतृत्व की ओर: नुन्हारिया मेहरा समाज की चुनावी तैयारी
chiindwara update: नुन्हारिया मेहरा समाज विकास समिति की कार्यकारिणी समिति का वर्तमान कार्यकाल आगामी महीने में पूर्ण होने जा रहा है। इसी संदर्भ में आगामी 5 अक्टूबर को प्रांतीय बैठक का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें प्रदेश के समस्त जिलों के नुन्हारिया मेहरा समाज के प्रतिनिधियों के शामिल होने की संभावना है। यह बैठक केवल एक औपचारिक आयोजन नहीं होगी, बल्कि समाज के भविष्य की दिशा तय करने का महत्वपूर्ण अवसर बनेगी। बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी कार्यकारिणी के गठन की प्रक्रिया और रूपरेखा तय करना है। इसमें चुनाव समिति का निर्माण, जिम्मेदारियों का विभाजन, तथा संपूर्ण चुनाव प्रक्रिया पर विस्तार से विचार-विमर्श किया जाएगा। समिति का प्रयास रहेगा कि चयन प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी रहे, ताकि समाज के नेतृत्व हेतु ऐसे सक्षम, योग्य और निष्ठावान व्यक्तित्व सामने आएं, जो समाज को नई ऊँचाइयों तक ले जाने की क्षमता रखते हों। इस चुनाव को लेकर समाज के युवाओं में विशेष उत्साह देखने को मिल रहा है। युवा सदस्य चाहते हैं कि नई कार्यकारिणी में ऐसे प्रतिनिधि चुने जाएँ, जो समाज की समस्याओं के समाधान के लिए सक्रिय भूमिका निभाएँ और सामाजिक कल्याण के लिए ठोस योजनाएँ लेकर आएँ। इस प्रक्रिया को समाज के लिए सामूहिक भागीदारी का अवसर माना जा रहा है, जिससे एक सक्षम नेतृत्व का चयन हो सके और समाज को सशक्त मजबूती प्रदान की जा सके। इन सभी का योगदान समाज को एक नई ऊर्जा और सशक्त नेतृत्व प्रदान करने में अहम होगा।
इस कार्यक्रम की मजबूती प्रदान करने के लिए समाज सक्रिय सदस्यों की एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया सभी सदस्य अपनी सक्रिय भूमिका निभाएँगे, इस विचार संगोष्ठी में सुमित भावरकर, श्याम कोलारे, जीतेंद्र चेचकर, हरीश नागले, आनंद आठनकर, आलोक कोलारे, विक्रम बुनकर, अंकुर कोलारे, सोनू पाटिल, मिथलेश सोनू पटेलिया, मुकेश सरनकर, विनोद बुनकर आदि शामिल रहे।
युवाओं की इस पहल में आगामी बैठक को सफल बनाने हेतु सभी सदस्यों से विशेष आग्रह किया है कि वे अपनी उपस्थिति दर्ज कराएँ और विचार-विमर्श में सक्रिय भागीदारी निभाएँ। समाज की एकता, प्रगति और कल्याण तभी संभव है जब प्रत्येक सदस्य अपनी भूमिका समझते हुए सामूहिक जिम्मेदारी निभाए। 5 अक्टूबर को आयोजित होने वाली यह प्रांतीय बैठक न केवल कार्यकारिणी चयन की दिशा तय करेगी, बल्कि समाज में पारदर्शिता, जिम्मेदारी और आपसी सहयोग की भावना को भी मजबूत करेगी।