
आओ थोड़ा जाने विश्व प्रसिद्ध पातालकोट को
पातालकोट छिन्दवाड़ा (म. प्र) का एक खूबसूरत दर्शनीय स्थल है! पातालकोट एक अलग ही दुनिया हैं यह छिन्दवाड़ा से लगभग 72 किमी की दूरी पर स्थित हैं यह विशालकाय घाटी का धरातल जमीन से लगभग 3000 फिट नीचे है और लगभग 89 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हैं पातालकोट में कुल 12 गांव हैं! इस विहंगम घाटी में गोंड और भारिया जनजाति के लोग रहते है, आज भी यहां की अधिकांश जनसमुदाय परंपरागत शैली को अपनाए हुए हैं, और वनसंपदा पे निर्भर है! यहां गुठली,महुआ,
आंवला और जड़ी बूटियां अधिक पाई जाती हैं/पातालकोट चारों तरफ से खूबसूरत पहाड़ियों से घिरी हुई है, यहां पर आपको गहरी घाटी देखने को मिलती है पातालकोट में बहुत सारे व्यूप्वाइंट देखने को मिलते है है, जहां से आप इस जगह की खुबसूरती को निहार सकते हैं है! और इन व्यूप्वाइंट से आप इन वादियों की खूबसूरत तस्वीर ले सकते है।
यहां कई ऐसी जगह है जहां सूरज की किरणे नहीं पहुंच पाती हैं, चारों तरफ पहाड़ियां और खाया ही नजर आती है ऊपर से देखने पर विहंगम दृश्य नजर आता है प्रतीत होता है कि यह वास्तव में पता लोक हैं पातालकोट का आकार घोड़े की नाल का आकार हैं/ पातालकोट जानें का सबसे अच्छा समय मानसून होता है, यहां पर मानसून में चारों तरफ हरियाली होती हैं और पहाड़ियों से गिरते हुए पानी के झरने आदि विहंग दृश्य देखने मिलते है!! यहां पर सूर्यास्त का दृश्य बहुत आकर्षक होता हैं…!प्रीतम सिंह की रिपोर्ट*