सड़क खराब होने की वजह से नहीं पहुंच सकी एम्बुलेंस, प्रसूता को खाट पर डालकर एम्बुलेंस तक पहुंचाते समय रास्ते में हुई डिलेवरी
उमरेठ/ तहसील की ग्रामपंचायत मांडई माल का आश्रित ग्राम गुरलु ढाना जो लगभग 40 घरों का टोला है जो मुख्य बस्ती से लगभग 2 किलोमीटर दूर स्थित है। यह टोला जिसमें आदिवासी निवास करते हैं जो ग्रामपंचायत की सुविधा सड़क,बिजली,पानी,अस्पताल,स्कूल,आंगनबाड़ी शमशान से अछूता है।वि
गत रात्रि स्थानीय गुरलु ढाना निवासी महिला जरीना पति मनेश राजभोसोम उम्र 20 वर्ष को प्रसव पीड़ा शुरू होने पर 108 एम्बुलेंस को बुलाया गया परन्तु सड़क कच्ची एवं छतिग्रस्त होने की वजह से एम्बुलेंस प्रसूता के घर तक ना पहुंच सकी। एम्बुलेंस गुरलु ढाना से 2 किलोमीटर दूर स्थित मुख्य ग्राम मांडई में ही खड़ी रही। जिससे परिजनों तथा स्थानीय निवासियों द्वारा प्रसूता को खाट पर डालकर एम्बुलेंस तक पहुंचाने की कोशिश की गई परंतु लेटलतीफी के चलते प्रसूता के घर की कुछ दूरी पर ही डिलेवरी हो गई प्रसूता ने रास्ते में ही पुत्र को जन्म दे दिया। मौके पर कोई स्वास्थ्य सुविधा नहीं होने के चलते जच्चा-बच्चा दोनों को खाट पर डालकर एम्बुलेंस तक पहुंचाया गया जहां एम्बुलेंस द्वारा जिला अस्पताल छिन्दवाड़ा ले जाकर भर्ती कराया गया। जहां उनका स्वास्थ्य परीक्षण के साथ उपचार जारी है।
*प्रीतम सिंह की रिपोर्ट*