अग्निदेव कहते हैं-…. …..देवताओं और असुरों में घोर संग्राम हुआ।
अग्निदेव कहते हैं- वशिष्ठ! पूर्वकाल में देवताओं और असुरों में घोर संग्राम हुआ। उसमें दैत्यों ने देवताओं को परास्त कर दिया। तब देवता लोग त्राहित्राहि पुकारते हुए भगवान विष्णु की शरण में गये। भगवान गायामोहमय रूप में आकर राजा शुद्धोदन के पुत्र हुए।
