स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास टीम की तत्परता से हुई जान बचाने की पहल
corn city chhindwar: ग्राम पातालपानी (उपस्वास्थ्य केंद्र चारगांव) की 33 वर्षीय गर्भवती महिला कविता कूडोपा, पति चमरीलाल कूडोपा, जो अपनी पांचवीं गर्भावस्था में है, को गंभीर एनीमिया की स्थिति में समय पर उपचार दिलाकर उसकी जान बचाई गई।
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार महिला की एल.एम.पी. 07 जनवरी 2025 है। दिनांक 21 मार्च को वह रायसेन ज़िले चली गई थी और 21 जुलाई को ग्राम पातालपानी लौटी। इसके बाद 28 जुलाई 2025 को उपस्वास्थ्य केंद्र की टीम ने जब महिला की जांच की, तो उसका हीमोग्लोबिन स्तर मात्र 4.4 ग्राम पाया गया। यह स्थिति अत्यंत गंभीर थी, जिसे देखते हुए उसे तुरंत चावलपानी पीएचसी में जाँच कराने की सलाह दी गई, क्योंकि वह नजदीक था।
दिनांक 30 जुलाई को पीएचसी चावलपानी में परीक्षण के दौरान महिला का हीमोग्लोबिन 5.4 ग्राम पाया गया और उसके पूरे शरीर में सूजन (एडिमा) भी पाई गई। हालात को गंभीर मानते हुए 31 जुलाई को महिला को कुटीर एम्बुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल छिंदवाड़ा रेफ़र किया गया।
जिला अस्पताल पहुँचने पर स्वास्थ्य टीम एवं महिला बाल विकास विभाग द्वारा तत्परता दिखाते हुए तत्काल सिविल सर्जन से चर्चा की गई और उसी दिन महिला को रक्त चढ़ाया गया। वर्तमान में महिला की स्थिति स्थिर है और वह चिकित्सकों की निगरानी में है।
उल्लेखनीय है कि महिला के साथ कोई परिजन मौजूद नहीं था, ऐसे में स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग की टीमों ने मानवीय संवेदना के साथ पहल करते हुए महिला को समय पर समुचित उपचार उपलब्ध कराया और उसे सुरक्षित बचाया।
यह उदाहरण विभागीय समन्वय और सक्रियता की मिसाल है, जहाँ त्वरित कार्रवाई और संवेदनशीलता के साथ एक गर्भवती महिला की जान बचाई गई। कलेक्टर श्री शीलेंद्र सिंह के मार्गदर्शन में जिले में इस तरह की गंभीर परिस्थितियों में सतत मेहनत की जा रही है।