प्राकृतिक संरक्षण से ही धरती पर मानव जीवन संभव है – कपाले
छिंदवाड़ा । कांग्रेस सेवादल जिलाध्यक्ष सुरेश कपाले ने संबोधित करते हुए बताया कि आज प्रकृति वातावरण के बीच मे रहते हुए प्रकृतिक संरक्षण दिवस मनाया गया एवं यह प्रति वर्ष 28 जुलाई को विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य वर्तमान परिदृश्य मे प्रकृति से कई प्रकार के जीव-जंतु एवं वनस्पति समाप्त हो रहे है। विलुप्त होते हुए प्राकृतिक जीव-जंतु एवं वनस्पति की रक्षा करना ही विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य है। विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस का पहला सम्मेलन 1992 मे ब्राजील मे 174 देशो के बीच मे पृथ्वी सम्मेलन के रूप मे हुआ एवं इसके पश्चात 2002 मे जोहानिसबर्ग मे सम्मेलन हुआ और सभी देशो ने यह सुझाव दिए कि प्रकृति के संरक्षण से ही धरती पर मानव जीवन संभव है और इस दिवस के माध्यम से प्रकृतिक संसाधनो के संरक्षण के लिए लोगो में जागरूकता पैदा करना है। इस अवसर पर राकेश मरकाम, हेमबाबू सिंह राजपूत, दिनेश डेहरिया, निखलेश चरण दुबे, पंचम अमरोदे, बालाराम परतेती, नेपाल सिंग उईके, संजय पाण्डे, सतीश डेहरिया, दीपक घोरसे, विनोद चौरे, राजेन्द्र डोंगरे, अजय नागपुरे, दिनेश सोधे, रविंदर सिंग, सुरेश मानकर, अखलेश पवार, रामस्वरूप डाहके, रंजीत रविकर सहित अन्य उपस्थित रहे ।