CCN/डिंडोरी ब्योरो रिपोर्ट
डिंडौरी। शासन द्वारा गरीबों के हित में अनेकों योजनाएं संचालित की जा रही हैं। जिसमें प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर शासकीय उचित मूल्य दुकानों के माध्यम से गरीबों को सस्ते दर पर खाद्यान्न उपलब्ध कराना भी शामिल हैं। परंतु जनपद पंचायत अमरपुर क्षेत्रातंर्गत ग्राम पंचायत बोधघुण्डी में आदिम जाति सेवा सहकारी समिति के माध्यम से उचित मूल्य दुकान का संचालन किया जा रहा हैं। वही बोधघुण्डी के 22 ऐसे उपभोक्ता हैं। जिन्हें विगत 9 माहों से खाद्यान्न नहीं मिल पा रहा हैं। जिन्होंने ग्राम पंचायत में पहुंचकर अपनी समस्या सुनाया। जिस पर सचिव द्वारा पत्र क्रमांक दिनांक 20/05/2021 के माध्यम से सूची बनाकर जनपद पंचायत को प्रेषित किया गया हैं। परंतु समाचार लिखे जाने तक किसी प्रकार की कार्यवाही नहीं हो सकी हैं। जब उपभोक्ता ग्राम पंचायत का पत्र लेकर जनपद पंचायत पहुंचे तब खंड पंचायत अधिकारी द्वारा मोबाइल फोन से कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी से संपर्क किया तो उन्होंने इस संबंध में जानकारी नहीं होने की बात कही। इस प्रकार ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, खाद्य विभाग की लापरवाही का खामियाजा क्षेत्र के आदिवासी गरीब उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा हैं। और उपभोक्ता अपना राशन कार्ड एवं पात्रता पर्ची लेकर इन कार्यालयों के चक्कर काट रहे हैं। और शासकीय योजनाओं की धज्जियां उड़ रही हैं। इसी प्रकार केवल कृष्ण नेटी सरपंच डुंण्डीसरई द्वारा जानकारी दी गई कि डुंण्डीसरई के भी लगभग 20- 22 उपभोक्ता हैं। जोकि इसी तरह खाद्यान्न से वंचित हैं। जब इन दो ग्राम पंचायतों में इतने उपभोक्ता खाद्यान्न से वंचित हैं। तो पूरे जनपद पंचायत क्षेत्र के और कितने उपभोक्ता वंचित होंगे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता हैं। वहीं दूसरी ओर शासन अन्न उत्सव मनाने में मशगूल हैं। जबकि उपभोक्ताओं दर-दर भटकने को मजबूर हैं। अब देखना यह हैं कि इन गरीब आदिवासियों की समस्या का निराकरण कब तक हो पाता हैं या फिर उन्हें जिला स्तर तक का और चक्कर काटना पड़ेगा।
इनका कहना हैं:-हम अपने कार्यालय से प्राप्त सूची खाद्य विभाग को भेज दिए हैं, शीघ्र निराकरण की उम्मीद हैं।
विनय पटेल
खंड पंचायत अधिकारी अमरपुर