
जाको राखे साइयां मार सके न कोय
जाको राखे साइयां मार सके न कोय कहावत एक बार फिर सच साबित हो गई। यहां गुरुवार सुबह लगभग 9.30 बजे रेलवे स्टेशन से करीब एक किमी दूर एक वृद्धा आत्महत्या के इरादे से पटरी पर पहुंची व लेट गई। लगभग 9.30 ट्रेन आने का समय भी था। अचानक रेलवे का पैनल फेल होने से ट्रेन लेट हो गई । पैनल को सुधारने रेलवे का कर्मचारी पटरी की ओर गया। उसने वहां वृद्धा को देखा। आरपीएफ के जवानों की सहायता से वृद्धा को स्टेशन लाया गया। पूछताछ करने पर वह कुछ भी नहीं बता पाई
छिन्दवाड़ा/ सौंसर:-जाको राखे साइयां मार सके न कोय कहावत एक बार फिर सच साबित हो गई। यहां गुरुवार सुबह लगभग 9.30 बजे रेलवे स्टेशन से करीब एक किमी दूर एक वृद्धा आत्महत्या के इरादे से पटरी पर पहुंची व लेट गई। लगभग 9.30 ट्रेन आने का समय भी था। अचानक रेलवे का पैनल फेल होने से ट्रेन लेट हो गई । पैनल को सुधारने रेलवे का कर्मचारी पटरी की ओर गया। उसने वहां वृद्धा को देखा। आरपीएफ के जवानों की सहायता से वृद्धा को स्टेशन लाया गया। पूछताछ करने पर वह कुछ भी नहीं बता पाई। आरपीएफ जवान ने भोजन की व्यवस्था की। समाजसेवी संस्था प्रयास संगठन की मदद से उसे बेलगांव स्थित अल्पावधि महिला निवास गृह में भेजा गया। वृद्धा के परिजनों की तलाश की जा रही है।