जोर -शोर से शुरु की गयी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का किसानों को लाभ नहीं मिला।कृषि विभाग ने स्वीकार किया कि जिला छिंदवाड़ा के लिए किस बीमा कंपनी को प्रीमियम दिया जाना है । इसका निर्धारण नहीं होने और गाइड लाइन देरी से जारी होने की वजह से किसानों को लाभ नहीं दिया जा सका है।
छिन्दवाड़ा/पंढुर्ना:- मेहनत से उगाई जाने वाली फ सलों की सुरक्षा को लेकर किसानों को सरकार की ओर से सकरात्मक मदद नहीं मिल रही है। जोर -शोर से शुरु की गयी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का भी किसानों को लाभ नहीं मिला। धावड़ीखापा के किसान उमेश खोड़े ने फसल बीमा का लाभ नहीं मिलने को लेकर शिकायत की थी। जवाब में कृषि विभाग ने स्वीकार किया कि जिला छिंदवाड़ा के लिए किस बीमा कंपनी को प्रीमियम दिया जाना है । इसका निर्धारण नहीं होने और गाइड लाइन देरी से जारी होने की वजह से किसानों को लाभ नहीं दिया जा सका है। प्रशासन की इस गलती के कारण किसानों को फसल बीमा का लाभ नहीं मिल पाया है। हर साल इसी तरह से किसानों को परेशान होना पड़ रहा है। किसान उमेश खोड़े ने खरीफ वर्ष 2021-22 में फसल बीमा का लाभ प्राप्त नहीं होने की शिकायत की थी। वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी विनायक नागदवने ने बताया कि फसल बीमा की अधिसूचना 8 जुलाई 2021 को प्रकाशित हुई थी। जिसका जिला स्तर पर मेल 27 जुलाई को प्राप्त हुआ । किसानों के खातों से बीमा प्रीमियम 31 जुलाई तक काटा जाना था। लेकिन बीमा कंपनी का निर्धारण नहीं हो पाया था। इस जवाब के बाद किसानों में शासन प्रशासन के खिलाफ रोष पनप रहा है। किसान इस गलती को सुधारने व 30 अगस्त तक अवधि बढ़ाकर लाभ प्रदान करने की मांग कर रहे हैं। यही हाल उद्यानिकी विभाग के माध्यम से होने वाले संतरा फसल के बीमा का है। पिछले दो वर्षों से संतरा फसल का बीमा नहीं किया जा सका है। आंधी व ओलावृष्टि के कारण हर साल किसानों की फसलें तबाह हो जाती है। शासन कागजों में ही बीमा कराने की बात कहता आ रहा है , लेकिन किसानों को कोई लाभ नहीं मिल रहा।