बैगा युवती से कोल युवक विवाह रचाने पर समाज ने किया बहिष्कृत पहाड़ी में झोपड़ी बनाकर 8 माह के बच्चे के साथ रहने पर मजबूर. जानिए क्यों

डिंडोरी /जिले के समनापुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत रामहेपुर ग्राम पंचायत निवासी कुलदीप कोल ने बैगा युवती के साथ विवाह रचाने पर समाज से बहिष्कृत कर देने का मामला सामने आया है बैगा दंपति को मजबूरन 8 माह के बच्चे के साथ पहाड़ी में झोपड़ी बनाकर रहना पड़ रहा है पीड़ित दंपत्ति द्वारा इस मामले की शिकायत कलेक्टर एसएसटी के साथ सहायक आयुक्त कार्यालय में भी पहुंचकर की गई है एसएसपी को दी गई है शिकायत में पीड़ित दंपत्ति ने आरोप लगाया कि दोनों ने अपनी मर्जी से 3 साल पहले कोर्ट मैरिज किया था दोनों की ही परिवार जनों के साथ समाज ने उन्हें अपनाने से मना कर दिया स्थिति यह है कि समाज और परिवार वाले किसी भी कार्यक्रम में उन्हें नहीं बुलाते दंपति के 8 माह का एक बच्चा भी है नहीं मिल रहा सरकारी योजना का लाभ कलेक्टर को दी गई शिकायत में बैगा महिला सिया बाई ने बताया कि वहां संरक्षित जनजाति में शामिल हैं कोर्ट मैरिज उसने कुलदीप निवासी रामहेपुर जनपद समनापुर के साथ किया था 3 वर्ष हो चुके हैं लेकिन अब तक ना तो शासन प्रशासन से कोई सहायता मिली है और ना ही समाज अपनाने को तैयार है पीड़िता ने बताया कि वहां कक्षा बारहवीं भी पास है इसके बाद भी उसे शासन की योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा ग्राम पंचायत के सचिव द्वारा उसे किसी भी योजना का लाभ नहीं दिया गया वह मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करने को मजबूर है महिला के पति के पास भी कोई भूमि नहीं है पीड़ित दंपत्ति ने शासकीय योजना का लाभ दिलाने की मांग की है रहने के लिए मकान तक नहीं पीड़ित दंपति समाज से बहिष्कृत होने के चलते गांव के किनारे पहाड़ी में झोपड़ी बनाकर लंबे समय से रह रहा है बहिष्कृत करने के मामले में यद्यपि समाज के जिम्मेदार कुछ भी कहने से बचते नजर आ रहे हैं पीड़ित दंपत्ति द्वारा प्रधानमंत्री आवास का लाभ दिलाए जाने की मांग की है गौरतलब है कि आदिवासी बाहुल्य जिला डिंडोरी में इस तरह के मामले भी सामने आते हैं जागरूकता के अभाव में इन मामलों पर सामाजिक तौर पर भी दबाव पुलिस और प्रशासन नहीं बना पाता पीड़ित दंपत्ति द्वारा आवश्यक पहल करने की मांग की गई है जिससे उसे आवास या

अन्य सुविधाएं मिल सके

डिंडोरी :- चंद्रिका यादव , रिपोर्ट