मिले चार यार ,बाते हुई हजार……

 

तामिया महाविद्यालय में हुआ भूतपूर्व छात्र मिलन
संवाददाता,, आकाश मँडराह

(तामिया)- म.प्र.शासन उच्च शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार शासकीय महाविद्यालय में पूर्व छात्र मिलन समारोह का भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। क्षेत्र के लोकप्रिय विधायक सुनील उईके ने कार्यक्रम में शिरकत कर रौनकता को बढ़ा दिया। पूर्व छात्र सम्मेलन का शुभारंभ द्वीप प्रज्जवलन एवं सरस्वती पूजन से किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभिक चरण में मूक अभिनय एवं नृत्य की प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया। स्वागत भाषण देते हुए प्राचार्य डाॅ. महेन्द्र गिरि ने पूर्व छात्रों से अपील करते हुए कहा कि आप सभी महाविद्यालय विकास में हमेशा सहयोग करने में आगे रहे। महाविद्यालय जब पुराने इतिहास से जुडेगा तो तीव्र गति से विकास करेगा। उन्होंने आयोजित कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डालते हुए किए जा रहे विकास कार्य एवं आगामी कार्य योजना से अवगत कराया। स्टुडेन्ट फर्स्ट , हमारा नारा इसे महाविद्यालय की थीम बताया।

डाॅ. मालती बनारसे ने कहा कि हम अभिभूत है, हम गौरव की अनुभूति कर रहे है। हमारे तीन पूर्व विद्यार्थी पी.एस.सी. से प्राध्यापक बन चुके है। सविता कुवरे एस.आई. बन चुकी है। कुछ आर्मी में है, कुछ राजनीति में कुछ व्यवसायी है। दुजारी बोसम सहायक प्राध्यापक भूगोल, बिछुआ ने कहा कि आप मेहनत करे सफलता आपके कदम चूमेगी। श्रीमती सविता कुवरे एस. आई . ने कहा कि कोरोना काल में आप सुरक्षित रहे। मैं इस ब्लाक की पहली एस.आई. महिला है। विभिन्न कठिनाइयों को पार कर में इस मुकाम तक पहुंची हॅू। आप लक्ष्य निर्धारित करे। जिले का नाम रोशन करे। श्री अनिल केचे ने कहा कि इस महाविद्यालय से अर्जित ज्ञान से हम अपने कार्य क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास कर रहे है। उन्होने बताया कि सहपाठियों के साथ तीन दिवसीय साइकिल यात्रा करते हुये तामिया से छिन्दवाड़ा तक स्थान-स्थान पर वृक्षारोपण किया।

श्री मुन्नालाल डेहरिया ने कहा कि आप अनुशासन को अपनाए आपका जीवन सार्थक हो जाएगा। सतीष मिश्रा ने कहा कि महाविद्यालय का इतिहास संघर्ष पूर्ण रहा है। हमारे प्राध्यापक हम विद्यार्थियों को महाविद्यालय में बुलाने के लिए घर तक पहुंच जाते थे। यह आत्मीयता सदैव कायम रहे। गेंदलाल साहू ने कहा कि यह महाविद्यालय हमारी तपोभूमि, ज्ञान भूमि है। नितिन दत्ता ने कहा कि यह महाविद्यालय नवाचार के सफल प्रयास कर रहा है। हमारा काम ही हमारे नाम का आधार बनता है। वर्तमान प्राचार्य ने महाविद्यालय की विगत कई कमियों को पूर्णता प्रदान की है। जाफरी जी ने कहा कि इस महाविद्यालय की इतनी यादेेे है, जिन्हें शब्दों में बया करना कठिन है। उन्होेंने कहा कि माता-पिता, गुरू को कभी विस्मृत नही करना। अन्य विद्यार्थियों ने भीे समवेत स्वर में कहा कि इस भूमि से मिले ज्ञान के बाद जीवन में पूर्णता आई। महाविद्यालय प्रशासन हमें याद किया और हमारा सम्मान किया। हम इस महाविद्यालय के विकास कार्य में निश्चित सहयोगी बनेगे। डाॅ. एस.पी. बिनाकिया कार्यक्रम संयोजक ने कहा कि हमारा महाविद्यालय विश्व बैंक परियोजना में शामिल है, इसके माध्यम से लगभग 18 लाख का फर्नीचर बुलाया गया है। महाविद्यालय के तमाम विकास कार्य इस माध्यम से पूर्ण किए जा रहे है।

सभी अतिथियों एवं विद्यार्थियों ने दिवंगत हुई स्वर साम्राज्ञी लता दीदी का उनके नगमें गुनगुनाकर भाव भीनी श्रदांजलि अर्पित की। प्रो. विजय सिंह सिरसाम कार्यक्रम सह- संयोजक ने समागम कार्यक्रम में डाकुमेट्री फिल्म के माध्यम से महाविद्यालयीन गतिविधियों को प्रस्तुत किया। क्षेत्र के लोक प्रिय विधायक सुनील उइके ने कहा कि छात्र समागम सम्मेलन के महत्व को हमें अंगीकार करना होगा। हम एक अच्छे श्रोता बने। अपनी सोच को बड़ा बनाए। उन्होने कहा कि इस फरवरी के अंत तक नवीन भवन का शिलान्यास हो जाएगा। दो वर्ष में साइंस और पी.जी. की कक्षाए प्रारम्भ हो जाएगी।

रोजगार परक कंपनियों को शीघ्र ही महाविद्यालय में आमंत्रित किया जाएगा। इस दौरान उन्होने महाविद्यालय की नल जल योजना का भी शुभारंभ किया। भविष्य की योजनाओं में पूर्ण सहयोग का आश्वाशन दिया। कार्यक्रम का संचालन चिर परिचित शैली में डाॅ. बनारसे एवं प्रो. नवीन यादव ने किया। अतिथियों के शुभ हस्ते प्रतिभावन खिलाडियों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

कार्यक्रम की सफ़लत का आभार प्रदर्शन विजय सिंह सिरसाम ने किया। कार्यक्रम में 71 से अधिक विभिन्न विभागो मुकामों पर पहंच चुके पूर्व विद्यार्थी सहित गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति सराहनीय रही। अंत में सभी विद्यार्थियों एवं अतिथियो को रूचिकर भोजन कराकर सम्मान सहित विदा किया गया।