CCN/डिंडोरी-ब्यूरो रिपोर्ट
डिंडोरी/:-जिले में रेत कारोबारियों की मनमानी और प्रशासन की मौन स्वीकृत के चलते प्रतिबंधित के बावजूद नदियों से रेत का उत्खनन और परिवहन किया जा रहा है जिले में रेत की चल रही कारोबारियों और विभागीय अनदेखी को लेकर जनप्रतिनिधियों ने भी आवाज उठाई लेकिन प्रशासन और विभागीय अमले में कारोबारियों के आगे उनकी आवाज कोई भी नजरअंदाज कर दिया नदियों से रेत निकासी और भंडारण से जब तक के भौतिक सत्यापन की मांग को लेकर बसपा जिला अध्यक्ष असगर सिद्धकी ने जिला प्रशासन,को ज्ञापन सौंपा था बावजूद इसके प्रशासनिक मोकामा हाथ पर हाथ धरे बैठे खनिज विभाग में पदस्थ अमला अपने बचाव के चलते लगातार रेत कारोबारियों की संरक्षण दिख रहा है जिसके चलते रेत कारोबारियों प्रदेश सरकार के खाल पड़े खजाने पर बट्टा लगा रहे हैं
हाल ही में मंडला रेत कारोबारियों पर एक करोड़ की हेराफेरी का मामला उजागर हुआ था जिले में भी विभाग ने जिस तरह रेत कारोबारियों के मामलों पर चुप्पी साध रखी है यहां भी जीएसटी के नाम पर बड़ा खेल खेला जा रहा है वह भी तब जब भंडारण की सत्यापन को लेकर आवाज मुखर हो रही है
रेत कारोबारियों पर मेहरबानी जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से महज 16 किलोमीटर, दूर करो पानी में रेत के अवैध परिवहन की शिकायत पर प्रशासनिक महकमें में हलचल हुई थी बाद में मामला ठंडे बस्ते में चला गया बताया जा रहा है कि कुछ अधिकारी मौके पर पहुंचे थे जहां पहले से स्थानीय की मौजूदगी रही इस पूरी कार्यवाही में जिले के एक बड़े अधिकारी ने दिलचस्पी और कारोबारियों के कहने पर मौखिक आदेश कर कुछ पुलिसकर्मियों को भेजा गया था वास्तविकता क्या है यह तो जांच के बाद ही पता चल पाएगा
प्रतिबंध के बावजूद मौके से रेत लगातार निकाली जा रही है और डंप की रियल्टी दी जा रही है मैंने इस संबंध में संबंधित विभाग को भी अवगत कराया और 181 पर शिकायत दर्ज की रामसिंह ग्रामीण कमको मोहनिया
यह सारी जवाबदारी खनिज अधिकारी की है अवैध खनन व अवैध परिवहन को रोको चुकि सैड मांइस और भंडारण नियम में सारा अधिकार उनको दिया गया है हम समय-समय पर निरीक्षण कर सकते हैं लेकिन हमारा सीधा-सीधा कोई नियंत्रण नहीं होता अनूप सक्सेना प्रभारी अधिकारी माइनिंग कारपोरेशन जबलपुर।