शासकीय प्राथमिक माध्यमिक विद्यालय खिरकीघाट के अतिथि शिक्षकों ने अपनी लापरवाही छुपाने भारिया विकास प्राधिकरण अध्यक्ष दिनेश अंगारिया को झूठा आरोप लगाकर बदनाम करने की रची साजिश
News desk , Chhindwara :छिंदवाड़ा /हर्रई जिला छिंदवाड़ा :- मध्यप्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने जिला छिंदवाड़ा को जिला प्रशासन छिंदवाड़ा के माध्यम से सुदूर अंचलों मे आदिवासी वर्गों का कल्याण व उत्थान करने आदिम जाति /जनजाति विभाग से शिक्षा के लिए एकीकृत शासकीय स्कूलों की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान करने मे कोई कसर नहीं छोड़ी है किंतु वहाँ पर स्थायी शिक्षकों के अभाव में अतिथि शिक्षकों के सहारे शिक्षा अध्यापन कार्य हो रहा है छिंदवाड़ा जिला की अमरवाड़ा विधानसभा के अंतर्गत बटकाखापा जनशिक्षा केंद्र का ग्राम खिरकीघाट मे दो अतिथि शिक्षकों डेहरिया बन्धु द्वारा स्कूल में बहुत ही कम जाना शिक्षा के मंदिर स्कूल मे जाना तो पढ़ाना कम मोबाईल मे ही अधिकतर खोये रहते हुए काम करना उक्ताशय की शिकायत शाला प्रबंधन समिति खिरकीघाट एवं ग्रामवासियों ने मध्यप्रदेश सरकार में भारिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त दिनेश अंगरिया निवासी खिरकीघाट को किया तब उन्होंने स्कूल का निरीक्षण जाकर किया तो दोनों डेहरिया बंधु अतिथि शिक्षकों की लापरवाही उजागर हुई उन्होंने स्कूल में ही जाकर बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए बच्चों की पढ़ाई के लिए कहा तो अतिथि शिक्षकों ने मेरा आधा वीडियो बनाकर राजनीतिक षड्यंत्रकारी के साथ मिलकर मेरे ही विरोध में षड्यंत्र रचकर साजिश कर डाला व जिला प्रशासन को झूठी शिकायत कर दिया कि हमसे ₹15000 मांग रहे हैं नहीं तो काम नहीं करने देंगे और जन सुनवाई मे जाकर शिकायत किया व मीडिया मे भी भ्रामक प्रचार प्रसार किया है जिसके कारण मेरी छबि भी धूमिल हुई है जब इस विषय में भारिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष दिनेश अंगरिया से मीडिया प्रेस ने सवाल जवाब किया तो उन्होंने उनकी वास्तविकता रिकार्ड के साथ बताया जिसमें अतिथि शिक्षकों की लापरवाही हुई है मेरी बेटी और भतीजी भी इसी स्कूल में पढ़ती है में भी इसी सुदूर गाँव का ही निवासी हूँ मुझे बहुत दिनों से इन अतिथि शिक्षकों की शिकायत मिल रही थी तब स्कूल जाकर पता किया और ग्रामीण जनों ने भी यह बताया कि दोनो शिक्षक डेहरिया बंधु ही गलत है जो शाला में बहुत कम आते हैं और जब आते हैं तो मोबाइल में ही खोए रहते हैं गाँव मे नही रहते हैं स्कूल के बच्चों से भी पूछा गया तो उन्होंने भी यह बताया कि दोनों डेहरिया शिक्षक अतिथि शिक्षक हैं जो मोबाइल में ही बिजी रहते हैं गाँव के निवासी नही है और बहुत कम आते हैं अब देखना है कि जिला प्रशासन ऐसे अतिथि शिक्षकों पर क्या कार्यवाही करते हैं और भारिया विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष दिनेश अंगारिया पर शिक्षकों ने साजिश रचते हुए झूठी शिकायत किया है जिससे अंगारिया और सरकार की छवि धूमिल हुई है सरकार इस और क्या कदम उठाती है !