छात्रावास, अधीक्षक के गांव में, आओ चाहे नहीं आओ कोई फर्क नहीं पढ़ता*

 

*छोटे-छोटे मासूम बच्चों के भविष्य से हो रहा खिलवाड़*

CCN/छिंदवाड़ा

तामिया विकासखण्ड के अंतर्गत आने वाला ग्राम पातालकोट के गुड़ी छतरी में आदिवासी बालिका छात्रावास बनाया गया है यह छात्रावास लाखों रुपए की लागत से बिल्डिंग शासन द्वारा यहां बनाई गई है लेकिन यह बालिका छात्रावास मैं नहीं रहती अधीक्षक मैडम ,बालिका छात्रावास अधीक्षक के गांव में ही है छात्रावास जिससे वह मनमानी तरीके से घर में ही रहकर करती है छात्रावास की ड्यूटी ,छात्रावास प्यून एवं छात्रावास स्टाफ के भरोसे चल रहा ,छात्रावास अधीक्षक मैडम आए दिन घर में ही रहती है जब कोई काम रहता है तब आती है।
जबकि शासन द्वारा सख्त निर्देश है कि अधीक्षकों को छात्रावास में रहकर ही ड्यूटी करना है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र होने के कारण अधिकारी वहां तक नहीं पहुंचते जिसके कारण अधीक्षकों के हौसले बुलंद है । यह छात्रावास में छोटे-छोटे बच्चे पढ़ाई करते हैं अगर इनकी देखरेख के लिए अधीक्षक मैडम छात्रावास में नहीं रहेंगे तो छात्रावास की स्थिति कैसी होगी। ऐसे छात्रावास अधीक्षकों पर कार्रवाई होनी चाहिए जिससे वह छात्रावास में रहकर ही अपनी ड्यूटी करें।…प्रीतम सिंह की रिपोर्ट*